जशपुर। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में एक अनोखा मामला सामने आया है। यहां मनोरा ब्लॉक के केसरा गांव के किसान बजरंग भगत (50 वर्ष) ने अपनी बेटी चंपा भगत (22 वर्ष) के साथ सालों की मेहनत और बचत से स्कूटी खरीदी। लेकिन खास बात यह रही कि किसान ने स्कूटी की कीमत 40 हजार रुपये के सिक्कों में चुकाई।
दीपावली के एक दिन पहले, 20 अक्टूबर (सोमवार) को बजरंग भगत अपनी बेटी के साथ शहर के शांति भवन चर्च के पास स्थित होंडा शो-रूम पहुंचे। उनके हाथ में एक बड़ी प्लास्टिक की बोरी थी। जब उन्होंने पसंद की गई एक्टिवा स्कूटी की कीमत चुकाने की बारी आई, तो उन्होंने वह बोरी शो-रूम संचालक आनंद गुप्ता को सौंप दी।
शुरुआत में जब कर्मचारियों ने बोरी खोली तो वे हैरान रह गए — बोरी में पूरी तरह सिक्के ही सिक्के थे। संचालक ने बताया कि किसान ने 10-10 रुपये के सिक्के इकट्ठा करके करीब 40,000 रुपये जमा किए थे। बाकी राशि उन्होंने नकद में दी।
संचालक आनंद गुप्ता ने बताया कि उन्हें सिक्कों में भुगतान लेने में कोई आपत्ति नहीं थी। सिक्कों की गिनती कर्मचारियों की मौजूदगी में कराई गई और सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद किसान को स्कूटी की चाबी सौंप दी गई। अपनी बेटी को स्कूटी की चाबी देते समय किसान की आंखों में खुशी के आंसू झलक उठे।
दीवाली बनी खुशियों की दोगुनी वजह
स्कूटी खरीदने के साथ ही बजरंग भगत की खुशियां और बढ़ गई, जब उन्हें कंपनी की तरफ से मिला स्क्रेच कार्ड इनाम भी जीत लिया। इस स्क्रेच कार्ड में उन्होंने मिक्सर ग्राइंडर जीता। स्कूटी और इनाम मिलने से किसान और उनकी बेटी की खुशी दोगुनी हो गई।
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