बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में एक अभूतपूर्व घटना हुई है। केंद्रीय मंत्री अमित शाह के जिले में आगमन से एक दिन पहले 103 माओवादियों ने जिला मुख्यालय में एसपी के समक्ष आत्मसमर्पण किया। यह संख्या अब तक के किसी भी सरेंडर में सबसे अधिक मानी जा रही है।
इन 103 माओवादियों पर कुल 1 करोड़ 6 लाख 30 हजार रुपये का इनाम घोषित था, जिनमें डीव्हीसीएम, पीपीसीएम, एसीएम, एरिया कमेटी सदस्य, मिलिशिया कमांडर और जनताना सरकार अध्यक्ष जैसे कई उच्च पदाधिकारी शामिल हैं। समर्पित माओवादियों में डीव्हीसीएम, पीपीसीएम, एसीएम, प्लाटून पार्टी सदस्य, डीएकेएमएस अध्यक्ष, सीएनएम अध्यक्ष, केएएमएस अध्यक्ष, एरिया कमेटी सदस्य, मिलिशिया कमांडर, जनताना सरकार अध्यक्ष और सदस्य, पीएलजीए सदस्य, भूमकाल मिलिशिया सदस्य समेत विभिन्न पदों के माओवादी शामिल हैं। इनके अलग-अलग पदों पर इनाम आठ लाख से एक लाख रुपये तक था। समर्पित माओवादियों ने बताया कि संगठन के शीर्ष नेतृत्वकर्ताओं के लगातार मुठभेड़ में मारे जाने और संगठन छोड़ने के कारण उन्होंने मुख्यधारा में लौटने का फैसला किया।
जिले में चल रहे पूना मारगेम पुनर्वास, पुनजीवन अभियान, सड़कों का विकास, परिवहन सुविधा, बिजली और पानी जैसी विकास योजनाओं और सुरक्षा बलों के ग्रामीणों के साथ सकारात्मक संवाद ने माओवादियों का संगठन से मोहभंग कर दिया है। सामुदायिक पुलिसिंग के तहत दी जा रही योजनाओं की जानकारी और ग्रामीणों तक सरकार की विकास पहलों के पहुंचने से भी माओवादी संगठन कमजोर पड़ रहा है।
अब तक 103 माओवादी सरेंडर, 421 गिरफ्तार
01 जनवरी 2025 से अब तक जिले में माओवादी गतिविधियों में शामिल 421 माओवादी गिरफ्तार हुए हैं और 410 ने आत्मसमर्पण किया है। इसी दौरान अलग-अलग मुठभेड़ों में कुल 137 माओवादी मारे गए। इस प्रकार इस साल अब तक कुल 924 माओवादी घटनाओं में शामिल हुए, जिनमें 599 ने आत्मसमर्पण किया और 195 माओवादियों की मुठभेड़ में मौत हुई।
इनामी माओवादी का नाम और पद
छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली है। कई वांछित माओवादी नेताओं ने आत्मसमर्पण किया। इनमें लच्छु पूनेम उर्फ संतोष शामिल हैं, जो DVCM दक्षिण सब जोनल ब्यूरो के कम्युनिकेशन कमांडर थे और जिन पर 8 लाख रुपये का इनाम था। इसी तरह गुड्डू फरसा उर्फ विजय (कंपनी नंबर 10 के PPCM), भीमा सोढी उर्फ कमल सिंह (सुरक्षा गार्ड कमांडर), हिडमे फरसा उर्फ मीना और सुखमती ओयाम (डॉक्टर टीम सदस्य) ने भी आत्मसमर्पण किया। इन सभी पर भी 8 लाख रुपये का इनाम था।
इसके अलावा अर्जुन माडवी उर्फ मनीराम (गालीकोण्डा एरिया कमेटी सदस्य), मुका कुंजाम उर्फ रोशन (चेरला कम्युनिकेशन कमांडर), पाकली पूनेम (सप्लाई टीम कमांडर) और सुकली सोढी उर्फ नवता (इन्द्रावती एरिया कमेटी सदस्य) ने आत्मसमर्पण किया, जिन पर 5 लाख रुपये का इनाम था। इसके अलावा एक अन्य माओवादी पर 1 लाख रुपये का इनाम था।
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