अंबिकापुर: छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जेल में बंद एक कैदी ने खुजली और जलन से परेशान होकर अपनी प्राइवेट पार्ट में 9 सेंटीमीटर पेंसिल डाल दी। तबियत खराब होने के बाद उसे अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने 3 घंटे के ऑपरेशन के बाद पेंसिल बाहर निकाला।

गंभीर स्थिति को देखते हुए मंगलवार रात केंद्रीय कारागार अंबिकापुर से एक कैदी को मेडिकल कॉलेज अस्पताल में आपातकाल में लाया गया। उसे पेशाब नहीं हो रहा था साथ ही पेशाब के रास्ते से हल्का खून निकल रहा था। चिकित्सकों ने देखा कि पेशाब नली से एक रस्सी बाहर लटक रही थी। जब कैदी से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि पेशाब की नली में जलन और खुजली होने के कारण उसने पेंसिल डाल दी थी। जिस कारण से उसकी तबियत बिगड़ने लगी। पेंसिल डालने के 5 दिन बाद उसके पेट में अचानक दर्द शुरू हुआ। पेंसिल के एक हिस्से में रस्सी बंधी हुई थी, इस पर उसकी विस्तृत जांच और एक्स-रे किया गया। जांच में पाया गया कि पेशाब नली में नौ सेंटीमीटर लंबा पेंसिल फंसा हुआ था, जिसकी वजह से पेशाब रुका हुआ था। एक्स-रे और अन्य जांच के बाद मरीज का आपातकालीन ऑपरेशन करने का निर्णय लिया गया।
मरीज की हालत में सुधार
तीन घंटे से अधिक समय तक चले ऑपरेशन के बाद पेंसिल को पेशाब नली से निकाल लिया गया। ऑपरेशन के बाद मरीज स्वस्थ है और उसके स्वास्थ्य में तेजी से सुधार हो रहा है। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि केंद्रीय कारागार में कैदी को पेंसिल कहां से मिली।
शल्य चिकित्सा विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. एसपी कुजूर के नेतृत्व में डॉ. प्रवीण सिंह, डॉ. कांता और डॉ. इंद्रनील की टीम ने सफलतापूर्वक ऑपरेशन किया। निश्चेतना विभाग से डॉ. शिवम ने भी ऑपरेशन में सहयोग किया।
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हत्या के आरोप में जेल बंद
हत्या के आरोप में जेल में बंद एक कैदी ने खुजली की वजह से अपने प्राइवेट पार्ट में पेंसिल डाल दी। जेल अधीक्षक अक्षय राजपूत के अनुसार कैदी का स्वभाव सरल है और वह आजीवन कारावास की सजा काट रहा है। जेल में उससे नंबरदार का काम दिया गया है। कैदी ने बताया कि खुजली से परेशान होकर उसने यह कदम उठाया। जेल प्रशासन ने कहा कि उसकी मानसिक स्थिति की भी जांच कराई जाएगी।






