धमतरी, छत्तीसगढ़: धमतरी जिले के गंगरेल मंडल के ग्राम अछोटा में भारतीय जनता पार्टी (BJP) को उस वक्त बड़ा झटका लगा जब लगभग 400 कार्यकर्ताओं ने एक साथ सामूहिक इस्तीफा दे दिया। नाराज कार्यकर्ता पार्टी कार्यालय पहुंचे लेकिन वहां कोई पदाधिकारी मौजूद नहीं था। इस कारण सभी ने अपने इस्तीफे पार्टी कार्यालय में चिपकाकर वापस लौट गए।
क्या है मामला?
गांव के BJP कार्यकर्ता लंबे समय से पार्टी पदाधिकारियों से नाराज चल रहे थे। उनका आरोप है कि जब भी वे गांव की समस्याओं को लेकर पार्टी के नेताओं से मिलने जाते हैं, तो कोई सुनवाई नहीं होती।
उन्होंने बताया कि वे 28 अप्रैल और 21 जुलाई को चार-चार मुद्दों पर जनदर्शन में गए थे और पूर्व सरपंच व उप सरपंच के भ्रष्टाचार की शिकायतें भी की थीं, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
इन मामलों में पंडित दीनदयाल उपाध्याय योजना की जमीन की अवैध बिक्री और तालाब खनन जैसे भ्रष्टाचार के आरोप शामिल हैं। कार्यकर्ताओं का कहना है कि भ्रष्टाचार की जांच में आरोप सही पाए गए, लेकिन फिर भी कोई कदम नहीं उठाया गया।
क्या कहा इस्तीफा देने वाले कार्यकर्ताओं ने?
सभी कार्यकर्ताओं ने लिखित में कहा है कि:
“हमने सच्ची निष्ठा और ईमानदारी से पार्टी का काम किया, लेकिन पंचायत चुनाव के बाद से हमारे आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाई गई है। गांव की समस्याओं को कई बार पार्टी नेताओं के सामने रखा गया, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। हम इन परिस्थितियों से बहुत परेशान हैं, इसलिए हम सभी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहे हैं।”
पार्टी का क्या कहना है?
गंगरेल मंडल की अध्यक्ष मोनिका देवांगन ने कहा कि
“प्रशासन अपनी जांच कर रहा है। दोनों पक्षों को बुलाकर प्रक्रिया पूरी की जा रही है। सभी कार्यकर्ता पार्टी के कर्मठ सदस्य हैं और उनके सम्मान का ध्यान रखा जाएगा। इस मुद्दे को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाने की कोशिश की जाएगी।”







