नेपाल में पिछले कुछ दिनों से भयानक हिंसा चल रही है। सोशल मीडिया बैन के खिलाफ युवाओं ने प्रदर्शन शुरू किया, जो आगजनी और मारपीट में बदल गया। अब तक 22 लोगों की मौत और 400 से ज्यादा लोग घायल हो चुके हैं। कई नेताओं के घर जलाए गए। पूर्व प्रधानमंत्री झलनाथ खनाल की पत्नी राज्यलक्ष्मी की जिंदा जलकर मौत हो गई। वर्तमान प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने स्थिति बिगड़ती देख इस्तीफा दे दिया। और संसद भवन में भी आग लगाई गई। यह आंदोलन लोकतांत्रिक अधिकारों और भ्रष्टाचार के खिलाफ है
कब हुआ शुरू
यह हिंसा पिछले कुछ दिनों से लगातार बढ़ रही है। शुरुआत तब हुई जब सोशल मीडिया बंद कर दिया गया। इसके बाद लोग नाराज होकर सड़कों पर उतरे। अब यह आंदोलन कई दिनों से चल रहा है और अभी तक थमा नहीं है।
कहाँ हुआ
हिंसा मुख्य रूप से काठमांडू और उसके आसपास के इलाकों में फैल रही है। संसद भवन को भी आग के हवाले कर दिया गया। कई नेताओं के घरों पर हमला किया गया, जिनमें पूर्व और वर्तमान प्रधानमंत्री के घर शामिल हैं।
क्यों हुआ Gen Z प्रोटेस्ट
युवाओं का कहना है कि सरकार ने उनके अधिकार छीन लिए हैं। सोशल मीडिया पर रोक लगाने से लोग नाराज हो गए। साथ ही भ्रष्टाचार, गलत नीतियों और लोकतांत्रिक अधिकारों की कमी को लेकर भी विरोध हो रहा है। युवाओं ने प्रदर्शन शुरू किया, लेकिन धीरे-धीरे यह हिंसक हो गया।
यह आंदोलन सिर्फ सोशल मीडिया बंद करने के खिलाफ नहीं है। यह लोकतंत्र, अधिकारों और भ्रष्टाचार के मुद्दों को लेकर भी बड़ा आंदोलन बन गया है। देश में स्थिति अभी भी तनावपूर्ण बनी हुई है और प्रशासन हालात को संभालने में जुटा है।








