नारायणपुर। छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ क्षेत्र में गुरुवार को एक दर्दनाक हादसा सामने आया है। ग्राम पंचायत डूंगा के गोट गांव में आयोजित छट्ठी समारोह के सामूहिक भोज के बाद फूड पॉइजनिंग से पांच मासूम बच्चों की मौत हो गई, जबकि कई ग्रामीण और बच्चे गंभीर रूप से बीमार हैं।
घटना के बाद गांव में मातम छा गया है। जानकारी के मुताबिक, समारोह में बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने भोजन किया था। भोजन करने के कुछ ही घंटे बाद लोगों में उल्टी, दस्त, चक्कर और बेहोशी जैसे लक्षण दिखने लगे। देखते ही देखते कई लोगों की हालत बिगड़ गई।
दुर्गम इलाका बना बाधा, पांच बच्चों ने तोड़ा दम
गोट गांव अबूझमाड़ के दुर्गम पहाड़ी इलाके में स्थित है, जिसकी वजह से बीमार लोगों को तुरंत अस्पताल पहुंचाना मुश्किल रहा। ग्रामीणों ने स्थानीय स्तर पर इलाज की कोशिश की, लेकिन स्थिति गंभीर होने पर पांच बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई। कई अन्य की हालत नाजुक बताई जा रही है।

घटना की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीमें सक्रिय हो गई। नारायणपुर जिला अस्पताल और भैरमगढ़ स्वास्थ्य केंद्र से डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की टीमें तुरंत गांव भेजी गई।
भोजन के सैंपल जांच के लिए भेजे गए
नारायणपुर की कलेक्टर प्रतिष्ठा ममगाई ने बताया कि फूड पॉइजनिंग की आशंका के चलते भोजन के सैंपल को फूड लैब में जांच के लिए भेजा गया है। उन्होंने कहा, “प्रारंभिक जांच में फूड पॉइजनिंग ही संभावित कारण लग रहा है। स्वास्थ्य अमला मौके पर पहुंचकर बीमार लोगों का इलाज कर रहा है।”
कलेक्टर ने यह भी बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीमें गांव में घर-घर जाकर बीमार ग्रामीणों की जांच और उपचार कर रही हैं। गंभीर मरीजों को हेल्थ सेंटर और जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग अलर्ट
इस घटना के बाद जिला प्रशासन ने आसपास के इलाकों में भी एहतियात के तौर पर निगरानी बढ़ा दी है। अधिकारी लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। फूड लैब की रिपोर्ट आने के बाद ही मौतों के सही कारण का पता चल सकेगा। गांव में पांच मासूमों की मौत से मातम का माहौल है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि भोज में परोसे गए भोजन की गुणवत्ता की गहराई से जांच की जाए और जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की जाए।
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